PM पद छोड़ते ही इमरान खान के करीबियों पर कार्रवाई

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इस्लामाबाद: पाकिस्तान में इमरान खान के हाथ से सत्ता जाते ही उनके करीबियों और सहयोगियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है.पाकिस्तान नेशनल असेंबली ने 9 अप्रैर की देर रात इमरान खान के खिलाफ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव पास होते ही उनके प्रवक्ता डॉ. अर्सलान खालिद के घर पर छापेमारी की गई और उनके परिवार के सभी सदस्यों के फोन जब्त कर लिए गए. इमरान खान की पार्टी ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (PTI) ने खुद ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी.

पीटीआई ने ट्वीट किया, ‘बेहद परेशान करने वाली खबर. डॉ. अर्सलान खालिद के घर पर छापेमारी हुई है और उनके परिवार के सदस्यों से सभी फोन ले लिए गए हैं. सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणियों के आरोप में डॉ. अर्सलान खालिद पर यह कार्रवाई की गई है. उन्होंने सोशल मीडिया पर कभी किसी को अपशब्द नहीं कहा.’ पीटीआई ने अपने ट्वीट में पाकिस्तान की फेडरल इंवेस्टिगेशन एजेंसी से इस कार्रवाई में हस्तक्षेप का अनुरोध किया.

कौन हैं डॉ. अर्शलान खालिद?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इमरान खान के प्रधानमंत्री रहते, डॉ. अर्शलान खालिद उनका डिजिटल मीडिया कैम्पेन संभाल रहे थे. खालिद करीब एक दशक से इमरान खान के साथ जुड़े हैं. डॉ. खालिद को 1 मार्च, 2018 को पीटीआई का सोशल मीडिया सेक्रेटरी नियुक्त किया गया था. इससे पहले, उन्होंने पार्टी की सोशल मीडिया टीम के संचालन प्रमुख के रूप में कार्य किया था.

डॉ. खालिद ने पाकिस्तान में हुए 2018 के आम चुनावों के लिए इमरान खान की पार्टी पीटीआई के डिजिटल मीडिया कैम्पेल का नेतृत्व किया था. सोशल मीडिया टीम के ऑपरेशनल लीड के रूप में काम करने से पहले, उन्होंने पीटीआई लाहौर की सोशल टीम का नेतृत्व किया था. डॉ. अर्शलान खालिद लाहौर के किंग एडवर्ड मेडिकल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं और एक उद्यमी हैं.

इमरान ने विश्वास मत खोया
इमरान खान ने नेशनल असेंबली में 9 अप्रैल को हुई वोटिंग में विश्वास मत खो दिया. सदन के 174 सदस्यों ने उनकी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोटिंग की. पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, सदन के नए नेता और प्रधानमंत्री का चुनाव 11 अप्रैल को होगा. शहबाज शरीफ पाकिस्तान के अगले प्रधानमंत्री होंगे इसकी प्रबल संभावना है. उन्होंने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से मुलाकात भी की है. संयुक्त विपक्ष ने 3 अप्रैल को ही शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री उम्मीदवार नामित कर दिया था.

इमरान खान 18 अगस्त, 2018 को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री चुने गए थे और उनका कार्यकाल 10 अप्रैल, 2022 को समाप्त हो गया. वह 3 साल 7 महीने 23 दिनों तक इस पद पर रहे. इमरान खान से पहले, पाकिस्तान के 2 प्रधानमंत्रियों, बेनजीर भुट्टो और शौकत अजीज को अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ा था. हालांकि, दोनों ने सदन में विश्वास मत हासिल कर अपने खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को गिरा दिया था और सत्ता में बने रहे. इमरान खान पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं, जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बेदखल होना पड़ा है.

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